दिल के दौरे (Heart Attack) के लिए प्राथमिक उपचार

K singh
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  दिल के दौरे (Heart Attack) के लिए प्राथमिक उपचार
दिल का दौरा एक आपातकालीन स्थिति है जिसमें तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। सही समय पर किया गया प्राथमिक उपचार जान बचा सकता है।

⚠️ पहचानें लक्षण
सबसे पहले, लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है। सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं:
 * छाती के बीच में या बाईं ओर तेज़ दर्द या दबाव, जो कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहे या चला जाए और फिर वापस आ जाए।
 * दर्द का हाथों (अक्सर बाएँ हाथ), पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट तक फैलना।
 * साँस लेने में कठिनाई या shortness of breath।
 * ठंडा पसीना आना, जी मिचलाना या चक्कर आना।
महिलाएँ, बुजुर्ग और मधुमेह वाले लोगों में लक्षण अलग हो सकते हैं, जैसे कि केवल थकान या अपच (Indigestion) महसूस होना।
🚨 तुरंत करें ये प्राथमिक उपचार
अगर आपको या आपके आस-पास किसी को दिल के दौरे के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत ये कदम उठाएँ:
 * तत्काल मदद माँगे: बिना देर किए आपातकालीन नंबर (जैसे भारत में 108 या 102) पर कॉल करें या किसी और से कॉल करने को कहें। स्पष्ट रूप से बताएं कि आपको दिल का दौरा पड़ने का संदेह है।
 * व्यक्ति को आराम दें: मरीज़ को ज़मीन पर या कुर्सी पर आराम से बिठाएँ या लिटाएँ। उनकी पीठ को सहारा दें और किसी भी गतिविधि को तुरंत रोक दें। शांत रहने के लिए कहें।
 * एस्पिरिन दें (अगर उपलब्ध हो): यदि व्यक्ति को एस्पिरिन से एलर्जी नहीं है, और उन्होंने हाल ही में कोई डॉक्टर द्वारा निर्धारित खून पतला करने वाली दवा (Blood Thinner) नहीं ली है, तो 300mg की एस्पिरिन की गोली चबाने के लिए दें। एस्पिरिन रक्त के थक्के (Blood Clots) बनने को कम करने में मदद करती है।
 * दवा में सहायता करें: यदि मरीज़ को डॉक्टर ने नाइट्रोग्लिसरीन (Nitroglycerin) नामक दवा पहले से निर्धारित की है, तो उसे निर्देशानुसार लेने में मदद करें।
 * कसने वाले कपड़े ढीले करें: गले और कमर के पास के तंग कपड़े ढीले कर दें ताकि साँस लेने में आसानी हो।
 * होश पर नज़र रखें: मरीज़ के होश में रहने और साँस लेने की स्थिति की लगातार निगरानी करें। यदि मरीज़ बेहोश हो जाता है और साँस लेना बंद कर देता है, तो CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) शुरू करने के लिए तैयार रहें, अगर आपको इसका प्रशिक्षण मिला हो।
याद रखें, प्राथमिक उपचार का उद्देश्य डॉक्टर के आने या अस्पताल पहुँचने तक कीमती समय हासिल करना है। दिल का दौरा पड़ने पर हर मिनट मायने रखता है।
क्या आप जानना चाहेंगे कि दिल का दौरा पड़ने से बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

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